मरूस्थल और शुष्क क्षेत्र किसे कहते हैं? विश्व के रेगिस्तान (मरूस्थल) और शुष्क क्षेत्र, What are deserts and dry areas called?

मरूस्थल और शुष्क क्षेत्र

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मरूस्थल किसे कहते हैं?

मरूस्थल (Desert) :- एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ बहुत ही कम वर्षा होती है और वहाँ का तापमान बहुत ऊँचा होता है। 

मरूस्थलों की सामान्य विशेषताएं हैं जैसे कि थर वनस्पतिजलवायु जो गर्म और सूखे होते हैं और जल आपूर्ति कम होती है। 

उनमें समुद्री बाँध होते हैं जो आमतौर पर शुष्क होते हैं। लोग मरूस्थलों में जीवन जीने के लिए अनुकूल रूप से अनुकूलित होते हैं और वहाँ पर अलग-अलग प्रकार की जीवनशैलियों का अनुभव करते हैं।

शुष्क क्षेत्र किसे कहते हैं?

शुष्क क्षेत्र (Arid regions) :- उन क्षेत्रों को कहते हैं जहाँ बहुत कम वर्षा होती है और वहाँ का तापमान भी उच्च होता है, लेकिन इनमें मरूस्थलों की तुलना में थोड़ी बहुत वनस्पति होती है। 

शुष्क क्षेत्रों की सामान्य विशेषताएं होती हैं जैसे कि खुशबूदार वनस्पति, स्क्रब लैंड, दलदल और पत्थर की जमीन आदि।

मरूस्थल और शुष्क क्षेत्र दोनों ही प्रकार की जलवायु की स्थिति होती है जहां वर्षा कम होती है और जलवायु खुश्क और अति शुष्क होता है। ये दोनों ही क्षेत्र विभिन्न भूभागों में पाए जाते हैं और उनकी विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-

मरूस्थल:

➤मरुस्थल उन क्षेत्रों को कहते हैं जहां वर्षा बहुत कम होती है और जलवायु अत्यंत शुष्क और उष्ण होता है।

उन्हें आमतौर पर समुद्र तल से 200 मीटर से ऊपर ऊँचाई पर पाया जाता है।

इन क्षेत्रों में जड़ी-बूटियों और पेड़-पौधों की बचत विशेष महत्ता रखती है।

कुछ मरुस्थलों में उपजाऊ भूमि होती है, जो स्थानों के अलग-अलग होने के कारण विभिन्न खेती के प्रणालियों के लिए उपयुक्त होती है।

शुष्क क्षेत्र:

शुष्क क्षेत्र वे क्षेत्र होते हैं जहां वर्षा कम होती है और जलवायु अत्यंत शुष्क और उष्ण होता है।

इन क्षेत्रों में भी जड़ी-बूटियों और पेड़-पौधों की बचत विशेष महत्ता रखता है।

शुष्क क्षेत्रों की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

शुष्क क्षेत्रों में खेती के लिए प्राकृतिक संसाधनों की कमी होती है।

इन क्षेत्रों में अत्यंत उष्णकटिबंधीय जलवायु होता है जो उन्हें अत्यंत शुष्क बनाता है।

शुष्क क्षेत्रों में पानी की कमी होती है जिससे इन क्षेत्रों में जीव-जंतु और पौधे कम होते हैं।

शुष्क क्षेत्रों में मिट्टी अत्यंत खुरदरा और वृद्धि कम होती है।

विश्व के प्रमुख मरूस्थल और शुष्क क्षेत्रों की सूची निम्नलिखित है:

मरूस्थल क्षेत्र:

सहारा दक्षिण-पूर्व अफ्रीका में

गोबी मरुस्थल चीन में

थार मरुस्थल भारत में

आर्कटिक मरुस्थल कनाडा, रूस और नॉर्वे में

एल चैपो मरुस्थल कनाडा में

शुष्क क्षेत्र:

सहारा दक्षिण-पूर्व अफ्रीका में

अरबीयन मरुस्थल मध्य पूर्व में

थार मरुस्थल भारत में

कालहारी मरुस्थल दक्षिण अफ्रीका में

एल चैपो मरुस्थल कनाडा में

भारत के मरुस्थल एवं शुष्क क्षेत्र के नाम क्या हैं?

भारत के प्रमुख मरुस्थल और शुष्क क्षेत्र निम्नलिखित हैं:-

भारत के मरुस्थल क्षेत्र:-

थार मरुस्थल, जो पश्चिमी राजस्थान में स्थित है।

रान ऑफ़ कच्छ, जो गुजरात में स्थित है।

लद्दाख मरुस्थल, जो जम्मू और कश्मीर में स्थित है।

भारत के शुष्क क्षेत्र:-

पश्चिम राजस्थान:

नागौर (96%) 

➤जालोर (88%)

झुंझुनू (69%)

सीकर (65%)

पाली (48%)

अजमेर (9%)

पंजाब-हरियाणा:

फिरोजपुर (77%)

भटिंडा (88%)

संगरूर (8%)

हिसार (90%)

महेंद्रगढ़ (9%)

गुजरात:

जामनगर (80%)

सुरेंद्रनगर (29%)

जूनागढ़ (20%)

बनासकांठा (18%)

मेहसाणा (7%)

अहमदाबाद (6%)

राजकोट (6%)

आंध्र प्रदेश:

अनंतपुर (67%)

कुरनूल (31%)

कडप्पा (9%)

कर्नाटक:

रायचूर (39%)

बेल्लारी (25%)

चित्रदुर्ग (4%)

धारवाड़ (1%)

शीत शुष्क क्षेत्र किसे कहते हैं?

शीत शुष्क क्षेत्र:

ठंडे शुष्क क्षेत्रों को ऐसे शुष्क क्षेत्रों के रूप में परिभाषित किया जाता है जहां गर्म महीनों में औसत तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है। भारत में शीत शुष्क क्षेत्र (70300 वर्ग कि.मी.) जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख जिले में निहित है।

ठंडा शुष्क क्षेत्र केवल जम्मू और कश्मीर के चरम उत्तरी भागों में समाहित है, जो लद्दाख जिले के लगभग 72 प्रतिशत क्षेत्र को कवर करता है। 8000-14000 फीट की ऊंचाई पर स्थित ठंडे शुष्क क्षेत्र पर जलवायु परिस्थितियां देश के गर्म शुष्क क्षेत्रों में देखी जाने वाली परिस्थितियों से अलग हैं। इस ठंडे शुष्क क्षेत्र को चीन के घोटान और काशगर के ठंडे रेगिस्तानों की निरंतरता माना जा सकता है।

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महत्वपूर्ण बिन्दु 

विश्व का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल- सहारा (उत्तरी अफ्रीका), दिन के दौरान 50°C तक तापमान पहुँच जाता है।

एशिया में गोबी मरुस्थल और अंटार्कटिक और आर्कटिक के ध्रुवीय मरुस्थल, जो विश्व के सबसे बड़े मरुस्थल हैं, हमेशा ठंडे रहते हैं।

चिली का अटाकामा मरुस्थल विश्व में सबसे शुष्क (अंटार्कटिका के बाद) है, जिसके कुछ हिस्से प्रति वर्ष 2 मिमी वर्षा प्राप्त करते हैं।

नामीब मरुस्थल (दक्षिणी अफ्रीका) को 55 मिलियन वर्ष पुराना माना जाता है; विश्व का सबसे पुराना मरुस्थल । सड़कों, बुनियादी ढाँचों और हज़ारों साल पुरानी मानव बस्तियों (लगभग 50,000 साल पुरानी) की उपस्थिति के चलते थार मरुस्थल (भारत) को विश्व में सर्वाधिक नागरिक सभ्यता वाला मरुस्थल माना जाता है।

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