मौर्य साम्राज्य
चन्द्रगुप्त
मौर्य, मौर्य
वंश का संस्थापक एवं प्रथम राजा था। उसकी माता का नाम 'मूर' जिसका संस्कृत में अर्थ मौर्य होता है, इसीकारण से इस दंश का नाम 'मौर्य वंश' पड़ा इसने गुरू चाणक्य की सहायता से अंतिम नन्द शासक घनानन्द को पराजित
कर 25 वर्ष की आयु में चन्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य
की स्थापना
अशोक (269 ई.पू. से 232 ई.पू.)
चन्द्रगुप्त मौर्य के पश्चात उसका पुत्र विन्दुसार गद्दी पर बैठा। किन्तु अशोक ने बिन्दुसार की इच्छा के विरूद्ध मगध के शासन पर अधिकार कर लिया। सिंहली अनुश्रुति के अनुसार अशोक ने अपने 99 भाइयों की हत्या करके सिंहासन प्राप्त किया।
कलिंग युद्ध
महत्वपूर्ण बिंदु
👉 मौर्य राजवंश (321-185 ईसापूर्व) प्राचीन भारत का एक शक्तिशाली राजवंश था।
👉 मौर्य राजवंश ने 137 वर्ष भारत में राज्य किया।
👉 मौर्य साम्राज्य का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य था।
👉 यह साम्राज्य पूर्व में मगध राज्य में गंगा नदी के मैदानों (आज का बिहार एवं बंगाल) से शुरु हुआ।
👉 मौर्य साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र (पटना बिहार) थी।
👉 यूनानी लेखकों ने चन्द्रगुप्त मौर्य के लिए सेंड्रोकोट्स एवं एंडोक्रोट्स नाम का प्रयोग किया है।
👉 प्रथम भारतीय साम्राज्य चन्द्रगुप्त के द्वारा स्थापित किया गया।
👉 चन्द्रगुप्त के प्रधानमंत्री कौटिल्य (चाणक्य) थे।
👉 चाणक्य के बचपन का नाम विष्णुगुप्त था।
👉 अर्थशास्त्र की रचना कौटिल्य ने की।
👉 पाटिलपुत्र मे स्थित चन्द्रगुप्त मौर्य का महल लकड़ी से निर्मित था।
👉 सेल्यूकस को चन्द्रगुप्त मौर्य ने पराजित किया था।
👉 मेगस्थनीज चन्द्रगुप्त मौर्य के दरवार में यूनानी राजदूत के रूप में आया था।
👉 सारनाथ स्तम्भ का निर्माण सम्राट अशोक ने कराया था।
👉 अशोक द्वारा निर्मित शिला लेखों की भाषा प्राकृत थी।
👉 अशोक के शिला लेख को सर्वप्रथम जेम्स प्रिंसेस ने पढ़ा था।
👉 कलिंग युद्ध की विजय तथा क्षतियों का वर्णन अशोक के 13 वें शिलालेख में प्राप्त होता है।
👉 पाटिलपुत्र के प्रशासन का वर्णन इंडिका (मेगस्थनीज द्वारा लिखित) में प्राप्त होता है।
मौर्य कालीन प्रांत एवं राजधानियाँ
उत्तरापथ तक्षशिला
दक्षिणापथ सुवर्णगिरि
कलिंग तोसली
अवन्तिराष्ट्र उज्जयिनी
प्राच्य या प्राची पाटिलपुत्र
मौर्य राजवंश के शासकों का शासन काल
सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य 321-298 ई०पू० (24 वर्ष)
सम्राट बिन्दुसार मौर्य 298-271 ई०पू० (28 वर्ष)
सम्राट अशोक महान 269-232 ई०पू० (37 वर्ष)
कुणाल मौर्य 232-228 ई०पू० (4 वर्ष)
दशरथ मौर्य 228-224 ई०पू० (4 वर्ष)
सम्प्रति मौर्य 224-215 ई०पू० (9 वर्ष)
शालिसुक मौर्य 215-202 ई०पू० (13 वर्ष)
देववर्मन मौर्य 202-195 ई०पू० (7 वर्ष)
शतधन्वन् मौर्य 195-187 ई०पू० (8 वर्ष)
बृहद्रथ मौर्य 187-185 ई०पू० (2 वर्ष)