तरल श्यानता किसे कहते हैं? Viscosity

श्यानता (Viscosity)

तरलों का वह गुण जिसके कारण तरल अपनी अलग अलग परतों के मध्य होने वाली आपेक्षिक गति का विरोध करता है , इस गुण को तरल का श्यानता कहते हैं।

किसी तरल के बहने का विरोध करने की क्षमता को उस तरल की श्यानता कहते है।

अथवा श्यानता तरलों (fluids) का वह गुण है जिसके कारण तरल उस बल का विरोध करता है जो उसके स्वरूप को बदलना चाहते हैं।

अथवा सभी तरल आदर्श तरल नहीं होते तथा वह गति में कुछ प्रतिरोध डालते हैं। तरल गति में इस प्रतिरोध को आंतरिक घर्षण के रूप में देखा जा सकता है जो ठोसों में पृष्ठ पर गति से उत्पन्न घर्षण जैसा होता है। इसे श्यानता कहते हैं। जब द्रव की सतहों में सापेक्ष गति होती है तब यह बल उपस्थित होता है।

चित्र- 1 में दर्शाये गये उदाहरण के अनुसार यदि काँच की दो प्लेटों के बीच एक द्रव जैसे तेल को लेते हैं, निचली प्लेट को स्थिर रखा जाए जबकि ऊपरी प्लेट को समान गति से निचली प्लेट की अपेक्षा चलाते हैं। यदि तेल को शहद से विस्थापित कर दें तो उसी वेग से प्लेट को चलाने के लिए अधिक बल की आवश्यकता होगी। इससे हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि तेल की तुलना में शहद की श्यानता अधिक है। पृष्ठ के संपर्क में तरल का बेग पृष्ठ के वेग के समान होता है। 

उदाहरण:- शीरे की किस्म की वस्तुओं को, जो फैलने में ज्यादा समय लेती हैं, साधारण लोगों की भाषा में चिपचिपी या श्यान (viscous) कहते हैं, जब कि पानी जैसी वस्तुओं को तरल अथवा गतिशील की संज्ञा दी जाती है।

जब किसी द्रव की विभिन्न परतें एक दुसरे पर फिसलती है या फिसलने का प्रयास करती है तो उनकी परतों के मध्य एक स्पर्श रेखीय घर्षण बल कार्य करता है तो परतों के आपस में फिसलने या गति का विरोध करता है तरल के इस गुण को श्यान बल कहा जाता है और तरल के इस गुण को श्यानता कहते है।

किसी तरल की श्यानता का मापन गुणांक के रूप में किया जाता है जिसे श्यानता गुणांक कहते है। यह हर तरल के लिए नियत होता है और इसका मान तरल की प्रकृति पर निर्भर करता है। किसी बहते हुए तरल की दो परतों के मध्य लगने वाला श्यान बल (F) का मान निम्न दो चीजो पर निर्भर करता है –

  • श्यान बल (F) का मान दोनों परतों के सम्पर्क क्षेत्रफल (A) के समानुपाती होता है।
  • श्यान बल (F) का मान दोनों परतों के मध्य वेग प्रवणता (dV/dx) के भी समानुपाती होता है।
  • दोनों शर्तों को साथ में रखने पर

    F ∝ A(dV/dx)

    समानुपाती का चिन्ह हटाने पर

    यहाँ n = एक स्थिरांक है जिसे श्यानता गुणांक कहते है।

    श्यानता गुणांक की परिभाषा : एकांक पृष्ठ क्षेत्रफल की दो परतों के मध्य लगने वाला श्यान बल का मान श्यानता गुणांक कहलाता है।

    श्यानता गुणांक का SI मात्रक - प्वाज (P1) है  अथवा किग्रा-मी-1-से-1 या न्यूटन-से/मी2 होता है।

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