Heat (ऊष्मा)
ऊष्मा एक प्रकार की उर्जा है और यह उर्जा एक वस्तु से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित होती (अधिक से कम की ओर) है। या हम ऐसा कह सकते हैं कि दो वस्तुओं के बीच उष्मा का स्थानांतरण तब होता है जब उनके तापमान में अन्तर हो ।
👉ऊष्मा की यूनिट – जूल।👉1 जूल = 0.24 केलोरी👉1 केलोरी= 4.18 जूलतापमान को मापने के पैमाने (Temperature scales) –CelsiusFahrenheitKelvin
महत्वपूर्ण बिंदु
पानी 0°C पर जमता है ।मनुष्य के शरीर का सामान्य तापमान – 37°C / 98°F होता हैपानी 100°C पर उबलता है ।उष्मीय प्रसार (Thermal Expansion)पदार्थ को जब हम ऊष्मा देते है तो उसका आयतन बढता है लगभग सभी द्रव को गर्म करने पर उनका आयतन बढता है ।
परन्तु पानी को गर्म करने पर 0°C से 4°C तक उसका आयतन घटता है फिर 4°C के बाद बढता है इसे ही पानी का असामान्य प्रसार (Anomalous expansion of water)कहते है ।
पानी के असामान्य प्रसार के उदाहरण:-
ठन्डे प्रदेशो में तालाबो के जम जाने पर भी मछलिया जीवित रहती है – क्यों कि जल के जमने की प्रक्रिया ऊपर से नीचे होती है , पानी की सतह पर तो तापमान 0°C रहता है।पर अंदर 4°C रहता है इसी लिए ठन्डे प्रदेशो में तालाबो के जम जाने पर भी मछलिय जीवित रहती है ।2) ठण्ड में पाइप का फटना – अधिकतर द्रव जमने पर सिकुड़ते है पर पानी जमने पर फेलता है इसी लिए ठण्ड में पाइप अक्सर फट जाते है ।ऊष्मा का संचरण (Transmission of Heat)
जब उष्मा एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होती है तो उसे ही हम Transmission of Heat कहते है ।
ऊष्मा का संचरण की तीन विधि है –
चालन (Conduction ):- ऊष्मा संचरण की इस विधि में किसी वस्तु में ऊष्मा का संचरण उस वस्तु के अणुओ द्वारा अपना स्थान परिवर्तित किये बिना होता है ।संवहन (Convection ):- ऊष्मा संचरण की इस विधि में किसी वस्तु में ऊष्मा का संचरण उस वस्तु के अणुओ द्वारा अपना स्थान परिवर्तन के साथ होता है ।विकिरण (Radiation):- ये वह विधि है जिस में माध्यम की आवश्यकता नहीं होती । सूर्य से प्रथ्वी पर ऊष्मा का पहुचना इस विधि का सरल उदाहरण है ।उदाहरण:- रेगिस्तान दिन में बहुत गर्म तथा रात में बहुत ठण्डा होता है – कारण: रेत ऊष्मा की अच्छी अवशोषक होती है और ऊष्मा का अच्छा अवशोषक अच्छा उत्सर्जक होता है ।ऊष्मा चालकता के आधार पर हम पदार्थ का वर्गीकरण तीन प्रकार से कर सकते है –
चालक (Conductor) – जिन पदार्थ में ऊष्मा का संचरण सरालता से हो जाये । उदाहरण:- पानी , मानव शरीर , पारा | (पारा ऊष्मा का सबसे अच्छा चालक होता है )
कुचालक (Bed Conductor) – जिन पदार्थ में ऊष्मा का संचरण सरालता से ना हो । उदाहरण:- लकड़ी , कांच , हवा , रबर।
ऊष्मारोधी (Thermal Insulator) - जिन पदार्थ में ऊष्मा का संचरण नहीं होता हो । उदाहरण:- एबोनाइट न्यूनतम संभव ताप-273°C👉प्रेशर कुकर में चावल जल्दी पकता है क्यों : दाब बढ़ने से पानी का क्वथनांक (Boiling Point) बढ जाता है ।
👉सफ़ेद कपडे काले कपडे की तुलना में ठन्डे क्यों होते है – एक सफ़ेद चिकनी सतह ऊष्मा की खराब अवशोषक और अच्छी उत्सर्जक होती है।
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