घरेलू गैस (LPG) का इतिहास
एलपीजी या घरेलू गैस को परिष्कृत करके तैयार किया जाता है, और लगभग पूरी तरह से जीवाश्म ईंधन स्रोतों से प्राप्त होता है, अथवा पेट्रोलियम (कच्चे तेल) से निर्मित किया जाता है, या ऐसा कह सकते हैं कि पेट्रोलियम या प्राकृतिक गैस से निकाला जाता है क्योंकि वे जमीन से निकलते हैं। एलपीजी को पहली बार 1910 में डॉ. वाल्टर स्नेलिंग द्वारा निर्मित किया गया था। यह बहुत ज्वलनशील होती है, और असावधानी बरतने पर भयानक दुष्परिणाम देती है वर्तमान में इसका सर्वाधिक उपयोग घरेलू ईधन के रूप में किया जाता है। अत्याधिक ज्वलनशील होने के कारण यह खतरनाक है लापरवाही से अग्नि कांड एवं विस्फोट होने की संभावना होती है इसीलिए इसे लोहे से बने मजबूत बेलनाकार वर्तन ( सिलेंडर)में संरक्षित किया जाता है और उपयोग हेतु वाल्व लगाया जाता है।👉लालटेन का रंग हरा क्यूँ होता है
LPG गैस सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है
अंतर्राष्ट्रीय संकेत के अनुसार लाल रंग खतरे का होता है या ऐसा कह सकते हैं कि जिन वस्तुओं से मानव जीवन को खतरा हो सकता है उन सभी वस्तुओं या यंत्रों पर लाल रंग का संकेत बनाया जाता है जिसे देख कर पहचाना जा सकता है कि इस वस्तु से मानव जीवन को क्षति हो सकती है, और खतरे के निशान को लाल रंग ही क्यूँ दिया गया इसके पीछे भी वैज्ञानिक कारण हैं। लाल रंग का प्रकीर्डन सबसे कम होता है इसलिए लाल रंग कम फैलता है और दूर से दिखाई देता है, इसी कारण मोटर वाहन के ब्रेक लाइट, ट्रेन का सिग्नल, इलेक्ट्रिक बोर्ड में सूचक इत्यादि का लाल रंग इसी कारण होता है क्यूंकी लाल रंग दूर से दिखाई देता है ।
अतः हम कह सकते हैं कि लाल रंग का प्रयोग मानव को दुर्घटना से पूर्व चेतावनी देने एवं सतर्क करने हेतु या यह निर्देश देने के लिये किया जाता है कि ऐसी किसी भी वस्तु का उपयोग सावधानी से करें जिस पर लाल निशान हो।