चट्टान Rock
पृथ्वी की सतह का निर्माण करने वाले पदार्थ चट्टानें या शैल कहलाते हैं।बनावट की प्रक्रिया के आधार पर चट्टानों को तीन भागों में विभाजित किया जाता है।
आग्नेय चट्टान (igneous rock )
ये चट्टानें भी चट्टानों में सबसे ज्यादा (95%) मिलती है।इनका निर्माण ज्वालामुखी उद्गार के समय निकलने वाले लावा (Magma) के पृथ्वी के अंन्दर या बाहर ठंडा होकर जम जाने से होता है।
ये प्राथमिक मौलिक चट्टनें कहलाती है क्योंकि बाकी सभी चट्टानों का निर्माण इन्हीं से होता है।
उत्पत्ति के आधार पर ये तीन प्रकार की होती है-
ग्रेनाइट Granite: इन चट्टानों के निर्माण से मैग्मा धरातल के ऊपर न पहुँचकर अंदर ही जमकर ठोस रूप धारण कर लेता है जिसके ठंडा होने की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है क्योंकि अन्दर का तापमान अधिक होता है और बनने वाले क्रिस्टल काफी बड़े होते हैं।
ग्रेनाइट Granite: इन चट्टानों के निर्माण से मैग्मा धरातल के ऊपर न पहुँचकर अंदर ही जमकर ठोस रूप धारण कर लेता है जिसके ठंडा होने की प्रक्रिया बहुत धीमी होती है क्योंकि अन्दर का तापमान अधिक होता है और बनने वाले क्रिस्टल काफी बड़े होते हैं।
बेसाल्ट Basalt: ये समुद्री सतह पर पाये जाते हैं।
ज्वालामुखी Volconic Roks: ज्वालामुखी विस्फोट के कारण मैग्मा के बाहर आकर जमने से चट्टानें बनती है।
ज्वालामुखी Volconic Roks: ज्वालामुखी विस्फोट के कारण मैग्मा के बाहर आकर जमने से चट्टानें बनती है।
अवसादी चट्टान (Sedimentary rock)
ये प्राचीन चट्टानों के टुकड़ों जीव अवषेषों तथा खनिज के परतदार एवं संगठित जमाव से निर्मित होती है।
ये भूपष्ष्ठ का केवल 5 % है परन्तु भूपष्ष्ठ के 75 प्रतिषत भाग पर फैली रहती हैं।
इन्हें परतदार चट्टानों के नाम से भी जाना जाता है।
ये भूपष्ष्ठ का केवल 5 % है परन्तु भूपष्ष्ठ के 75 प्रतिषत भाग पर फैली रहती हैं।
इन्हें परतदार चट्टानों के नाम से भी जाना जाता है।
जिप्सम चीका मिट्टी चूने का पत्थर कोयला (एन्थ्रेसाइट के अलावा), बालुका पत्थर षैल ग्रेवल आदि अवसादी चट्टानों के उदाहरण हैं