महासागरीय जलधाराएं
एक निश्चित दिशा में बहुत अधिक दूरी तक महासागरीय जल की एक विशाल जल-राशि के प्रवाह को महासागरीय जलधारा कहते हैं ।
यह धारा दो प्रकार की होती है - गर्म जलधारा और ठंडी जलधारा।
गर्म जलधारा :- निम्न अक्षांशों में उष्ण-कटिबंधो से उच्च सम शीतोष्ण और उपध्रुवीय कटिबंधो की ओर बहने वाली जल- धाराओं को गर्म जलधारा कहते हैं ।
ये प्रायः भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर चलती है ।
इनके जल का तापमान मार्ग में आने वाले जल के तापमान से अधिक होता है । अतः यह धाराएं जिन क्षेत्रों में चलती है वहां का तापमान बढ़ा देती है।
ठंडी जलधारा :- उच्च अक्षांशों से निम्न अक्षांशों की ओर बहने वाली जलधारा को ठंडी जलधारा कहते हैं ।
ये प्रायः ध्रुवो से भूमध्य रेखा की ओर चलती है ।
इनके जल के तापमान रास्ते आने वाले जल के तापमान से कम होता है । अतः ये धाराएं जिन क्षेत्रों में चलती है ,वहां तापमान घटा देती है।
उत्तरी गोलार्ध की जलधाराएं अपने दाएं ओर तथा दक्षिणी गोलार्ध की जल धाराएं बाएं ओर प्रवाहित होती है यह कोरियालिस बल के प्रभाव से होता है।
महासागरीय जल धाराओं के संचरण की सामान्य व्यवस्था का एकमात्र प्रसिद्ध अपवाद हिंद महासागर के उत्तरी भाग में पाया जाता है । इस भाग में धाराओं के प्रवाह की दिशा मानसूनी पवन की दिशा के साथ बदल जाती है - गर्म जलधाराएं ठंडी सागर की ओर और ठंडी जलधाराएं गर्म सागर की ओर बहने लगती है।
प्रशांत महासागर की गर्म जलधाराए Pacific's ocean warm currents :-
प्रशांत महासागर की ठंडी जलधाराएं Pacific's Ocean cold currents :-
अटलांटिक महासागर की गर्म जल धाराएं Atlantic Ocean warm Current :-
अटलांटिक महासागर की ठंडी जलधाराएं Atlantic Ocean cold currents :-
हिंद महासागर की गर्म एवं स्थाई जलधाराएं Indian Oceans warm currents :-
हिंद महासागर की ठंडी एवं स्थाई जलधाराएं Indian Oceans cold currents :-
नोट :- हिंद महासागर की ग्रीष्मकालीन मानसून की जलधारा गर्म एवं परिवर्तनशील जलधारा है एवं शीतकालीन मानसून हवा ठंडी एवं परिवर्तनशील जलधारा है।
सारगैसो सागर Sargasso Sea :- उत्तरी अटलांटिक महासागर में 20°से40° उत्तरी अक्षांश तथा 35° से 75° पश्चिमी देशांतरो के मध्य चारों ओर प्रवाहित होने वाली जलधाराओं के मध्य स्थित शांत एवं स्थिर जल के क्षेत्र को सारगैसो सागर के नाम से जाना जाता है ।
यह गल्फ स्ट्रीम, कनारी तथा उत्तरी विषुवतीय धाराओं के चक्र बीच स्थित शांत जल क्षेत्र है । इसके तट पर मोटी समुद्री घास तैरती है । इस घास को पुर्तगाली भाषा में सारगैसम कहते हैं ,जिसके नाम पर ही इसका नाम सारगैसो सागर रखा गया है । सारगैसम जड़ विहीन घास है ।
सारगैसो सागर क्षेत्रफल लगभग 11000 वर्ग किलोमीटर है । यहां अटलांटिक की सर्वाधिक लवणता का तापमान मिलती है।
सारगैसो सागर को सर्वप्रथम स्पेन के नाविकों ने देखा था।
सारगैसो सागर को महासागरीय मरुस्थल के रुप में पहचाना जाता है।
न्यूफौलैंड के समीप ही गल्फस्ट्रीम एवं लेब्राडोर जलधारा मिलती है।
न्यूफाउंडलैंड पर ही समुद्री मछली पकड़ने का प्रसिद्ध स्थान ग्रैंड बैंक उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित है।
गर्म एवं ठंडी जलधारा जहां मिलती है वहां प्लेकटन नामक घास मिलती है। जिससे उस स्थान पर मत्स्य उद्योग अत्यधिक विकसित हुआ है।
जापान के निकट कयूरोसियो की गर्म जल धारा तथा अयोसियो की ठंडी जलधारा के जल के मिलने से वहां पर घना कुहासा छाया रहता है।