भारतीय साक्षरता
साक्षरता -2011 के अनुसार
साक्षरता – 74.04 %
पुरुष – 82.14%
महिला – 64.15%
सर्वाधिक साक्षरत दर (राज्य): केरल (93.92%)
न्यूनतम साक्षरता दर (राज्य): बिहार (63.4%)
सर्वाधिक साक्षरता दर (केन्द्र प्रशासित):
लक्षद्वीप (92.28%)
साक्षरता का अर्थ:-
साक्षरता का अर्थ है साक्षर होना अर्थात
पढने और लिखने की क्षमता से संपन्न होना। अलग अलग देशों में साक्षरता के अलग अलग
मानक हैं। भारत में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपना नाम
लिखने और पढने की योग्यता हासिल कर लेता है तो उसे साक्षर माना जाता है।
सूत्र:-
इसको समझने का गणितीय सूत्र है: साक्षरता दर
प्रतिशत = शिक्षित जनसंख्या/कुल जनसंख्या x 100
अर्थात हर सौ लोगों में से कितने लोग साक्षर
हैं। भारत के राज्यों की बात करें तो साक्षरता को लेकर देश में सबसे अच्छा
प्रदर्शन केरल का है। दक्षिणी राज्य केरल
में 93.92 फीसदी लोग साक्षर हैं। बिहार देश का सबसे फिसड्डी राज्य है, जहां साक्षर लोगों की संख्या महज 63.4 फीसदी
है। साक्षरता में अन्य राज्यों की क्या
स्थिति है
राज्य का नाम साक्षरता
उत्तर प्रदेश 69.72%
बिहार
63.62%
केरल
93.91%
लक्ष्यद्वीप
92.28%
मिज़ोरम
91.58%
त्रिपुरा
87.75%
गोवा
87.40%
दमन और द्वीव 87.07%
पोण्डिचेरी
86.55%
चंडीगढ़
86.43%
दिल्ली
86.34%
हिमाचल प्रदेश 83.78%
मध्य प्रदेश 70.36%
छत्तीसगढ़
71.14%
राजस्थान
67.06%
कर्नाटक
75.60%
पश्चिम बंगाल 77.08
महाराष्ट्र
82.91
नागालैंड 80.11
तमिलनाडु 80.33
सिक्किम 82.20
जम्मू और कश्मीर 68.74
अरुणाचल प्रदेश 66.95
तेलंगाना
66.5
मेघालय
75.48
हरियाणा 76.64
पंजाब
76.68
गुजरात
79.31
भारतीय नियम के अनुसार उन लोगों को भी
शिक्षित गिना जाता है जो अपने हस्ताक्षर कर सकते हैं तथा पैसे का हिसाब किताब करना
जानते हैं अथवा समझ सकते हैं अथवा दोनों।