हिन्द महासागर
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Indian Ocean Map
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- यह महासागर क्षेत्रफल और विस्तार की दृष्टि से प्रथ्वी पर तीसरा सबसे बड़ा महासागर है।
- सर्व प्रथम हिन्द महासागर को पार करने वाला दूसरी या दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व पहला ग्रीक था। एक नाविक हिप्पल्स ने अरब से भारत के लिए प्रत्यक्ष मार्क की खोज की।
- विश्व के 80 प्रतिशत से अधिक तेल का परिवहन इस महासागर
के माध्यम से होता है।
- इस महासागर के मार्गों को दुनियाँ में रणनीतिक तौर पर
सबसे अहम माना जाता है।
- इसका क्षेत्रफल 73442700 वर्ग किमी है और इसकी औसत गहराई लगभग 4000 मीटर है।
- इसके उत्तर की ओर एशिया महाद्वीप से घिरा हुआ है, इस कारण इसे अर्द्ध - महासागर भी कहते हैं।
- इसके नितल पर अनेक चौड़े जलमग्न कटक हैं। कन्याकुमारी से लेकर दक्षिण की ओर लगातार अंटार्टिका महाद्वीप तक एक प्रमुख जलमग्न कटक है। यह उत्तर मे लक्ष्यद्वीप - चागोस कटक, मध्य से सेंट पाल कटक तथा दक्षिण मे एम्सटडर्म सेंट पाल पठार के नाम से जाना जाता है।
- इस महासागर के मध्य से कई छोटे शाखा कटक निकल कर अफ्रीका और भारत के तटों तक फैले हुये हैं। जिन्हें सोकोत्रा - चागोस कटक तथा सेशेल्स कटक कहते हैं।
- बंगाल की खाड़ी में एक कटक जिसको अंडमान - निकोबार कटक कहते हैं। जो इरावदी नदी के मुहाने से निकोबार द्वीप समूह तक फैला हुआ है।
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Andaman Nicobar Map |
- अरब सागर को दो भागों मे विभक्त करने बाला कटक कार्ल्सबर्ग कटक कहलाता है।
- इसको मध्यस्थ तथा अन्य कटक अनेक बेसिनों में बांटते हैं, जिनमे से प्रमुख निम्न हैं - मध्य बेसिन, अरब बेसिन, दक्षिण भारतीय बेसिन, मस्करीन बेसिन, पश्चिम ऑस्ट्रेलियन बेसिन तथा दक्षिण ऑस्ट्रेलियन बेसिन।
- इस महासागर में स्थित अधिकांश द्वीप महाद्वीपीय खंडों से टूट कर अलग हुये भाग हैं जैसे- अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह, श्रीलंका, मेडागास्कर तथा जंजीबार।
- लक्ष्यद्वीप तथा मालदीव प्रवाल द्वीपों के तथा मॉरीशस और रीयूनियन द्वीप ज्वालामुखी प्रक्रिया से उत्पन्न द्वीपों के उदाहरण हैं।
- इस महासागर का पूर्वी भाग द्वीपों से लगभग खाली है।
- इस महासागर को प्रायद्वीपीय भारत दो भागों मे क्रमशः बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में बाँट देता है।
- ये महासागर अंटार्कर्टिका महाद्वीप के निकट प्रशांत एवं अटलांटिक महासागर से मिल जाता है।